Saturday, 24 June 2017

chandni chouk que -ans

                        प्रणाम जी 


चांदनी चौक की शोभा पर कुछ सहूर करे

🌹श्री राज जी की मेहर से अपनी आत्मिक दृष्टि परमधाम में ले कर चलते हैं --रंगमहल के सन्मुख 

चांदनी चौक में खुद को खड़ा महसूस करते हैं 

मुख धाम की और हैं ,रंगमहल की और तो रूह के दाएं ,बाएं हाथ और पीछे की और क्या शोभा हैं ❓

रूह का मुख धाम की और हैं 
सामने नव भोम दसवीं चांदनी के रंगमहल की अलौकिक झलकार हैं 
और रूह देख रहीं हैं दाएं ,बाएं और पीछे की और तो वहां अमृत वन के वृक्षों की अति मनोहारी शोभा हैं ,अमृत वन की दो भोम उनके नूरी छज्जे और अमृत वन में झलकते नेहरे चेहेबच्चों की अपार शोभा हैं 

🌹चांदनी चौक की विशालता रूह निरख रही हैं ,धाम की कोमलता ,चेतनता ,सुंगन्धि महसूस कर रही हैं तो चांदनी चौक कितने मंदिर का लम्बा चौड़ा आया हैं ❓

विशाल चांदनी चौक में खड़ी रूह देख रही हैं 

 166  मंदिर के लम्बे चौड़े चांदनी चौक की अपार शोभा 

🌹चांदनी चौक के ठीक मध्य में क्या शोभा ऐसी रूह देख रही हैं जो रूह को धाम सीढ़ियों तक पहुंचा रही हैं ❓

चांदनी चौक के ठीक मध्य में रूह ने देखी दो मंदिर की चौड़ी नग्न की रोंस की शोभा जो पाट घाट से अमृत वन के मध्य से होते हुए चांदनी चौक में से होते हुए धाम की सीढ़ियों तक पहुंचाती हैं 

🌹पाट घाट से दो मंदिर की चौड़ी रोंस जो चांदनी चौक के मध्य में भी आ रही हैं उनसे चांदनी चौक दो हिस्सों में दिखाई दे रहा हैं तो रूह को दायीं और बायीं और चांदनी चौक में  क्या शोभा नजर आ रही हैं ❓

मध्य रोंस पर खड़ी हैं और देख रही हैं की दायीं और लाल वृक्ष की अलौकिक शोभा आयीं हैं और बायीं और हरे वृक्ष की अपार शोभा हैं 

🌹चांदनी चौक में लाल वृक्ष की शोभा किस तरह से रूह ने देखी और हरे वृक्ष की शोभा भी रूह को क्या दिख रही हैं❓

रूह मध्य रोंस से दायीं और लाल वृक्ष की और चलती हैं ,रेती की नरमाई ,कोमलता ,सुगन्धि रूह महसूस करती हैं --चबूतरा के नजदीर रूह पहुँचती हैं और देखती हैं अति मनोरम शोभा 

तीन सीढ़ी ऊंचा चबूतरा आया हैं 33  मंदिर का लम्बा चौड़ा जिसकी चारों दिशा से तीन तीन सीढ़ियां चौक में उतरी हैं --चबूतरा को घेर कर सीढ़ियों की जगह छोड़कर कर कठेड़ा आया हैं और तीन मध्य में दो भोम तीसरी आकाशी का लाल वृक्ष सुशोभित हैं इसी तरह से हरे वृक्ष की शोभा हैं 

🌹चांदनी चौक की उत्तर ,दक्षिण ,और पूर्व दिशा में अमृत वन के वृक्ष आएं हैं ,रूह देख रही हैं इन वृक्षों की अति मनोहारी शोभा रूह देख रही हैं ,वृक्षों की डालियों ने आपस में मिलान कर मेहराबे डाली हैं ,मेहराबी द्वार से झलकते नेहेरें चहबच्चे ,अठखेलियां करते पशु पक्षी -तो यह वृक्ष कितनी भोम ऊंचे आएं हैं ❓

दो भोम 

🌹और रूह ने इलम से जाना की यह चांदनी चौक रंगमहल के धाम द्वार के सामने आये वन के तीसरे हिस्से में आया हैं ,वहां वन न आकर सुन्दर चौक बना हैं जिसमे अति सुन्दर रेती हीरे ,माणिक के मानिंद बिछी हैं तो इन वन का नाम क्या हैं ❓

अमृत वन 

2 comments:

  1. किरण दीदी आपने बहुत ही सुंदर प्रशन और उत्तर बनाए हैं जिससे हमें परमधाम में चांदनी चौक की पूरी शोभा अच्छे से समझ आ गई है बहुत-बहुत मैहर राज्य की

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